निर्माता बालकृष्ण श्रीवास्तव ने सायोनारा फिर मिलेंगे फिल्म के महूरत पर फिल्म के कास्ट,क्रू और मेहमानों को बप्पी लाहिरी के स्टूडियो पे आमंत्रित किया।निर्देशक अजय वर्मा ने बालकृष्ण के साथ मिलकर सभी का स्वागत किया। शरमन जोशी ,ऋतू सचदेवा ,तेजश्री प्रधान ,प्रेम चोपड़ा ,राजन मिश्रा ,रणजीत शर्मा ,अतुल कुलकर्णी ,गीतकार ऐ एम तुराज ,ब्राईट के योगेश लखानी ,अभिषेक बच्चन ,राइटर दिलीप शुक्ला ,कुमार मोहन और कई लोग महूरत पर आये। बप्पी लाहिरी ने गीत गाकर फिल्म का महूरत किया। फिल्म की शूटिंग अगले महीने शुरू होगी जिसे ऐ वन सिने क्रिएशन के बैनर तले बनाया जा रहा है।
सीरियल और फिल्म निर्देशक मुश्ताक़ पाशा को दादासाहेब फाल्के अकादमी अवार्ड से पंजाबी फिल्म वियाह ७० किलोमीटर के लिए नवाज़ा गया। मुश्ताक़ पाशा ने कई जानेमाने धारावाहिकों का निर्देशन किया है जैसे की गणेश लीला ,जय माँ वैष्णोदेवी ,कसम से ,क़यामत और ना आना इस देस लाडू। पंजाबी फिल्म वियाह ७० किलोमीटर को दर्शकों और मीडिया ने खूब पसंद किया है।
भोजपुरी सिनेजगत के तीसरे दौर के इतिहास में एक और महत्त्वपूर्ण पृष्ठ जुड़ गया है। जी हाँ, भोजपुरी सिनेमा के इतिहास में पहली बार निषाद प्रोडक्शन एवं जीएमएल इंटटरटेनमेंट प्रा.लि. के बैनर तले ऐतिहासिक फ़िल्म का निर्माण किया जा रहा है। मुख्य भूमिका के लिए जुबली स्टार दिनेशलाल यादव निरहुआ को अनुबंधित किया गया है। फ़िल्म का निर्देशन कर रहे हैं स्टाइलिश फ़िल्म निर्देशक इक़बाल बक्श। निर्माता संजय निषाद और गौतम निषाद फ़िल्म का निर्माण कर रहे हैं। यह फ़िल्म उच्चतम दर्जे की तकनीकियों से बनाई जा रही है। भोजपुरी सिनेमा की मौजूदा छवि से द्रवित होकर फ़िल्म निर्माता संजय निषाद ने भोजपुरी सिनेमा का परचम विश्व पटल पर लहराने के लिए यह बीड़ा उठाया है। 20 करोड़ भोजपुरी भाषियों के बीच अब तक वह भोजपुरी फ़िल्म नहीं बन पायी है जिसका इंतज़ार हमेशा से रहा है। बहुत से खास दर्शक वर्ग भोजपुरी फ़िल्म देखने से हमेशा कतराते रहे हैं और भोजपुरी सिनेमा के नाम पर नाक भौं सिकोड़ते रहे हैं। इन्हीं कई बातों को ध्यान में रखते हुए निर्माता संजय निषाद ऐतिहासिक भोजपुरी फ़िल्म का निर्माण करके एक मिसाल कायम कर रहे हैं। इस ऐतिहासिक भोजपुरी फ़िल्म की शूटिंग शीघ्र ही उत्तर प्रदेश, मुंबई और राजस्थान के ऐतिहासिक स्थल पर की जायेगी।
गौरतलब है कि निषाद प्रोडक्शन के बैनर तले निर्देशक इक़बाल बक्श निर्देशित निर्माता संजय निषाद की भोजपुरी फ़िल्म टकराव की शूटिंग 80 प्रतिशत पूरी हो चुकी है। आगामी 29 अप्रैल से सुपर स्टार पवन सिंह एवं पायस पंडित स्टारर भोजपुरी फ़िल्म लोहा पहलवान की शूटिंग शुरू होगी। इस फ़िल्म के निर्देशक इक़बाल बक्श हैं। ये दोनों फ़िल्म भी सभी वर्ग के दर्शकों को ध्यान में रखकर भोजपुरी सिनेमा को ऊँचाई देने के लिए बनाई जा रही है।
यू/ए सर्टिफिकेट प्राप्त पारिवारिक भोजपुरी फ़िल्म बहुरानी बिहार में सफल प्रदर्शित 22 अप्रैल से उत्तर प्रदेश और दिल्ली में सफल प्रदर्शित की गई है। महिलाओं सहित सपरिवार दर्शकों को यह फिल्म खूब पसंद आ रही है। भोजपुरी सिनेस्टार शुभम तिवारी और भोजपुरी सिनेमा की हॉट केक कही जाने वाली अंजना सिंह की रोमांटिक जोड़ी को बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश और दिल्ली में खूब पसंद किया जा रहा है। महिलाओं ने भी भारी भीड़ के साथ इस फ़िल्म को देखकर कहा कि बहुत दिनों के बाद पूरे परिवार के हमें एक अच्छी भोजपुरी फिल्म देखने को मिली है। खलनायक बालेश्वर सिंह खूंखार लुक में दर्शकों के बीच अलग पहचान बना लिये हैं और अब इनका यह सिलसिला अनवरत जारी है।
आमतौर पर भोजपुरी फिल्म देखने के लिए महिलाएं तभी सिनेमाघरों तक आती है जब उन्हें यह भरोसा हो जाता है कि वाकई में फ़िल्म महिलाओं को ध्यान में रखकर बनायी गयी है। बहुरानी फिल्म ने यह साबित कर दिया कि अब भोजपुरी में भी महिलाओं सहित पूरे परिवार को फिल्म देखने को मिल रही है। भोजपुरी की हॉट गर्ल अंजना सिंह ने इस फ़िल्म में अपनी इमेज से कुछ विपरीत बहुरानी का किरदार निभायी हैं। जबकि शुभम तिवारी ने उनके पति का किरदार निभाया है। लोकगायक रवि राज दीपू फ़िल्म में देवर जबकि पूनम दूबे देवर की प्रेमिका के किरदार में हैं। चर्चित खलनायक बालेश्वर सिंह फ़िल्म में बाहुबली किरदार में हैं। सभी कलाकारों ने अपने अपने किरदार में जान फूँक दी है।
दिव्या इंटरप्राइजेज प्रस्तुत इस फिल्म के निर्माता बालेश्वर सिंह व शिव प्रकाश सरोज हैं। सह निर्माता कुंवर आदित्य सिंह इन्टरटेनमेंट है। पटकथा व निर्देशक पराग पाटिल हैं। लेखक शिव प्रकाश सरोज, संगीतकार राम परवेश व दामोदर राव, गीतकार राजेश मिश्रा, एस. के. चैहान, शिव प्रकाश सरोज हैं. छायांकन जगमिंदर सिंह, नृत्य अशोक-मयंक, मारधाड़ बाजी राव, संकलन अजय चौ हान का है। फिल्म प्रचारक रामचन्द्र यादव हैं। मुख्य कलाकार शुभम तिवारी, अंजना सिंह, रविराज दीपू, पूनम दूबे, बालेश्वर सिंह, राम मिश्रा, मनोज टाईगर, सी पी भट्ट, बबलू यादव, जय प्रकाश सिंह, सुनीता सिंह, संजना सिंह, अमरेश त्रिपाठी, सीमा सिंह, दिव्या द्विवेदी, परी पाण्डेय, रोहित राज हैं।
The film “Babuji ek ticket Bambai” is an attempt to draw the focus on how a dying scared culture deprived of support from the various sections can metamorphize into current corrupt form. “RAI” indigenous to the natives of Bedhaiya community found the Bundelkhand regions of M.P. and U.P. Their culture is all about singing and dancing to celebrate and is considered divine as it enjoys religious sanctity. Here the females used to sing and dance while the male counterparts used to accompany them to the mela’s or grounds and would play musical instruments besides protecting them. Nowadays this culture is looked down upon and has lost its sheen because of the association of flesh trade with this community.
The film is all set to release worldwide on 10th June 2016.
The dreadful and heart wrenching realties and facts give a new impetus and lease of life to the already ongoing debate that:
Should prostitution be legalised?
Should euthanasia be legalised?